एक नगर में एक पंडित जी रहते थे , पंडित जी का स्वभाव बहुत ही सरल था और उनको किसी भी चीज का लालच नहीं था | आज पंडित जी सुबह बच्चों को पढ़ाने जा रहे थे तो उनकी पत्नी बोली शाम के खाने के लिए बस एक मुठी चावल है और कुछ नहीं | पंडित जी बिना कुछ बोले ही निकल दिए , और शाम को जब घर वापस आये तो उनकी पत्नी ने उनको खाना खाने को दिया , इस पर पंडित जी ने बोला ये साग तो…
Read MoreTag: pandit je ke kahaniya
मंदिर के पुजारी की कहानी
एक बहुत ही बड़ा व्यापारी था , वह अपने गाव मे एक मंदिर बनवाना चाहता था | उसके एक गुरु जी थे जिनको वह बहुत ही ज्यादा मानता था , वह गुरी जी के पास गया और उंनसे अपने मन की बात को बताया और बोला गुरूजी हमारी मदद करो | गुरु जी ने बोला तुम गावं और नगर दोनों जगह मंदिर बनवा दो अगर इतना ही तुम्हारा मन है | उसके बाद वह गुरु जी की बात मान कर दो मंदिर बनवाना सुरु कर दिया था , जब मंदिर…
Read Moreज्ञान और अनुभव कोई भी नही छीन सकता है – एक राजा और पंडित की कहानी
ज्ञान और अनुभव कोई भी नही छीन सकता है एक बार एक राजा किसी पंडित से नाराज़ हो गया और उसने अपने सिपाहियो से बोला -इस पंडित की सारी संपति नीलम करवा दो , जो पैसा मिले उस को राज कोष मे जमा किया जाए| राजा की नाराज़गी से वह पंडित बहुत दुखी हुआ और घबरा गया ,जैसे – तैसे घर जाकर अपने पत्नी से बोला-कल राजा हमारी सारी संपति नीलम करवा देगा , अब हम क्या करेंगे | पंडित जी की पत्नी उनके समान पढ़ी-लिखी नही थी,फिर भी…
Read More